टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयर मंगलवार को हल्की गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई पर कंपनी का स्टॉक 698.95 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र के मुकाबले 1.24% की गिरावट है। इस दौरान शेयर ने 686.00 रुपये का निचला स्तर और 708.00 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ। दिनभर में कुल 3.15 करोड़ से अधिक शेयरों का लेन-देन हुआ।
शेयर बाजार में टाटा मोटर्स की स्थिति अभी भी मजबूत बनी हुई है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.6 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जो इसे एक लार्ज कैप श्रेणी की कंपनी बनाता है। कंपनी का पी/ई अनुपात 11.41 और पी/बी अनुपात 2.14 दर्ज किया गया है। टाटा मोटर्स का बीटा 1.8150 है, जो शेयर की अस्थिरता को दर्शाता है। कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) 62.02 रुपये है।
अगर हम 52 सप्ताह की बात करें, तो इस अवधि में टाटा मोटर्स का शेयर 535.75 रुपये के निचले स्तर से लेकर 1179.00 रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंच चुका है। यह उतार-चढ़ाव दर्शाता है कि शेयर में बीते एक साल में निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है, हालांकि हालिया गिरावट अल्पकालिक मानी जा रही है।
कंपनी की स्थापना वर्ष 1945 में हुई थी और यह देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक है। टाटा मोटर्स यात्री और वाणिज्यिक वाहन निर्माण में सक्रिय है और देश-विदेश में इसकी बड़ी उपस्थिति है।
वित्त वर्ष 2024-25 की समाप्ति तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के नतीजे हाल ही में सामने आए हैं। इस दौरान कंपनी ने 1.21 लाख करोड़ रुपये की समेकित बिक्री दर्ज की, जो पिछली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तुलना में लगभग 4.89% अधिक है। हालांकि, यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान तिमाही की बिक्री 1.21 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा कम है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि कंपनी ने इस तिमाही में 8,442 करोड़ रुपये का कर पश्चात शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी की मुनाफे में मजबूती इसके उत्पादों की मजबूत मांग, वैश्विक बाजार में विस्तार और बेहतर लागत प्रबंधन का नतीजा मानी जा रही है।
कुल मिलाकर, भले ही स्टॉक में हल्की गिरावट देखी गई हो, लेकिन कंपनी की वित्तीय स्थिति और तिमाही प्रदर्शन इसे निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प बनाते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में अगर बाजार की स्थितियाँ अनुकूल रहीं तो टाटा मोटर्स के शेयर फिर से ऊंचाइयों को छू सकते हैं।