BWF विश्व चैंपियनशिप: सिंधु और सात्विक-चिराग प्री-क्वार्टर फाइनल में, प्रणॉय करीबी मुकाबले में हारे
BWF विश्व चैंपियनशिप में बुधवार का दिन भारत के लिए मिला-जुला रहा। जहाँ एक ओर दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और पुरुष युगल की शीर्ष जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर अंतिम-16 में जगह बनाई, वहीं दूसरी ओर एचएस प्रणॉय को एक बेहद रोमांचक और करीबी मुकाबले में दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा।
सिंधु की संघर्षपूर्ण वापसी
पूर्व विश्व चैंपियन पीवी सिंधु को लगातार दूसरे मैच में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। महिला एकल के मुकाबले में सिंधु ने मलेशिया की दुनिया की 40वें नंबर की खिलाड़ी लेट्सना करुपाथेवन को 42 मिनट में 21-19, 21-15 से हराया।
पहले गेम में सिंधु लय में नहीं दिखीं और मलेशियाई खिलाड़ी ने आक्रामक खेल दिखाते हुए 18-12 की बड़ी बढ़त बना ली थी। ऐसा लग रहा था कि सिंधु पहला गेम हार जाएँगी, लेकिन यहाँ से उन्होंने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया। सिंधु ने लगातार छह अंक जीतकर स्कोर 18-18 से बराबर कर दिया। इसके बाद 19-19 के स्कोर पर एक शानदार स्मैश लगाकर उन्होंने पहली बार गेम में बढ़त हासिल की और फिर गेम अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में सिंधु ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और आसानी से मैच जीतकर अगले दौर में जगह पक्की कर ली, जहाँ उनका सामना चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त वांग झी यी से होगा।
पुरुष युगल में सात्विक-चिराग का दबदबा
भारत की स्टार पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भी अपना दमदार प्रदर्शन जारी रखते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने चीनी ताइपे के यांग पो हान और लियू कुआंग हेंग को 22-20, 21-13 से मात दी।
पहला गेम काफी रोमांचक रहा, जहाँ दोनों जोड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। एक समय भारतीय जोड़ी 20-16 से आगे थी, लेकिन ताइपे की जोड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 20-20 कर दिया। हालाँकि, सात्विक और चिराग ने संयम बनाए रखा और गेम 22-20 से जीत लिया। दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने अपने कोच टैन किम हर की सलाह के बाद और भी आक्रामक खेल दिखाया और आसानी से 21-13 से गेम और मैच अपने नाम कर लिया।
मिश्रित युगल में भी सफलता
इससे पहले, भारत की मिश्रित युगल जोड़ी ध्रुव कपिला और तनीषा क्रास्टो ने भी शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने आयरलैंड के जोशुआ मैगी और मोया रयान को सीधे गेमों में 21-11, 21-16 से हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बनाई। क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए अब उनका सामना हांगकांग की पांचवीं वरीयता प्राप्त तांग चुन मैन और त्से यिंग सुएट से होगा।
एचएस प्रणॉय की दिल तोड़ने वाली हार
दिन का सबसे रोमांचक मुकाबला एचएस प्रणॉय और दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन के बीच खेला गया। 33 वर्षीय प्रणॉय, जो अपने जुझारू खेल के लिए जाने जाते हैं, ने एक बार फिर दिखाया कि क्यों उन्हें बड़े खिलाड़ियों के लिए खतरा माना जाता है। पिछले साल विक्टर एक्सेलसन को हराकर कांस्य पदक जीतने वाले प्रणॉय ने इस मैच में भी शानदार लड़ाई लड़ी।
पहला गेम 8-21 से हारने के बाद, प्रणॉय ने जबरदस्त वापसी करते हुए दूसरा गेम 21-17 से जीत लिया। तीसरे और निर्णायक गेम में मुकाबला कांटे का रहा, जहाँ हर अंक के लिए संघर्ष देखने को मिला। अंत में, किस्मत ने डेनमार्क के खिलाड़ी का साथ दिया और एंटोनसेन ने यह मुकाबला 8-21, 21-17, 23-21 से जीतकर प्रणॉय के अभियान पर विराम लगा दिया। यह एक ऐसी हार थी जिसने भारतीय प्रशंसकों का दिल तोड़ दिया, लेकिन प्रणॉय के संघर्ष ने सभी का दिल जीत लिया।