बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड के शेयर की कीमत 6 जून 2025 को हल्की गिरावट के साथ बंद हुई। कंपनी का स्टॉक 0.21% टूटकर ₹24.31 पर बंद हुआ, जबकि दिन का उच्चतम स्तर ₹24.54 और न्यूनतम स्तर ₹24.25 रहा। इस दिन कुल 28.64 लाख से अधिक शेयरों का लेनदेन हुआ।
इस स्मॉल-कैप कंपनी का बाजार पूंजीकरण फिलहाल ₹3,112.93 करोड़ है। बजाज हिंदुस्तान शुगर की शुरुआत वर्ष 1931 में हुई थी और यह देश की प्रमुख चीनी उत्पादक कंपनियों में गिनी जाती है। वर्तमान में कंपनी का पी/ई अनुपात -132.02 है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी घाटे में चल रही है, जबकि पी/बी अनुपात 0.58 है। कंपनी का अंकित मूल्य ₹1.00 है और इसका बीटा 1.0560 है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि शेयर बाजार की चालों के प्रति यह स्टॉक औसतन संवेदनशील है।
वित्तीय प्रदर्शन की झलक
मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी ने ₹1,562.26 करोड़ की समेकित बिक्री दर्ज की, जो पिछली तिमाही के ₹1,476.89 करोड़ से 5.78% अधिक है। हालांकि, यह आंकड़ा पिछले साल की समान तिमाही की ₹1,874.77 करोड़ की बिक्री की तुलना में 16.67% कम है। इससे स्पष्ट होता है कि सालाना आधार पर कंपनी के राजस्व में गिरावट आई है।
बावजूद इसके, कंपनी ने इस तिमाही में टैक्स के बाद ₹220.10 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। यह मुनाफा ऐसे समय में आया है जब चीनी उद्योग कई चुनौतियों से जूझ रहा है, जिसमें वैश्विक कीमतों में अस्थिरता और घरेलू मांग में उतार-चढ़ाव शामिल हैं।
52 सप्ताह का प्रदर्शन
बीते एक वर्ष में कंपनी के शेयर ने ₹16.50 का न्यूनतम और ₹46.10 का उच्चतम स्तर छुआ है। इस आधार पर देखा जाए तो वर्तमान शेयर मूल्य 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से काफी नीचे है, जो निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत हो सकता है।
निष्कर्ष
बजाज हिंदुस्तान शुगर ने जहां एक ओर तिमाही मुनाफा दर्ज कर सकारात्मक संकेत दिए हैं, वहीं सालाना बिक्री में गिरावट और पी/ई अनुपात का ऋणात्मक होना चिंता का विषय भी है। शेयर बाजार में निवेश करने वालों को कंपनी के भविष्य के रणनीतिक कदमों और चीनी उद्योग की स्थिति पर नजर बनाए रखनी चाहिए।